तो एक योद्धा हू मैं ,
अगर जिंदगी एक ज्वाला है,
तो समंदर हू मैं,
राहों में मुसीबत है अगर,
तो खूद एक मुसीबत हू मै ।।
जिंदगी की जंग में ,
ये हार एक विराम है ,
हर मुसीबत से जूझकर,
मिलता एक पैगाम है ,
परिंदो के खातिर जमीं नहीं,
आसमां ही बसेरा है ।।
सिंह जब गरजता है ,
तो सारा जंगल कांप जाता है,
तूफान जब आता है,
तो सब कुछ बहा ले जाता है ,
सबकुछ मिट जाने के बाद ,
साहसी की हस्ती नही मिटती,
पतझड़ में भी सावन की तरह ,
कलियां खिलती हैं ।।
मौत से नहीं डरते हैं ,
ईमान के फरिस्ते,
खुद की रहम से टूटते ,
और बनते हैं रिश्ते,
मुकद्दर की बातों में,
जो गिला नहीं करते,
खुदी के दम पर वो,
तकदीर बदल दते हैं ।।
......SangJay