तू सबका आधार है ,
तुझ पे भरोसा करके जो भी,
अंग संग देखे बेड उसका पर है ।
जीवन है संकट की बाट,
जो चलता मिलते संकट बारमबार,
जो केवल मंजिल को चाहे,
सदियो तक चलता किस्सा,
जीवन का जो सार है ।।
कभी न मानो हार ग़मों से,
हर पल हर छन लड़ता जा,
जितनी जहा पर मील मुसीबत,
उत्साह दिखता उतना जा ।
संकट की राहों में चलकर,
जो जीवन को सवारा करते हैं ,
सुन लो ऐसे सख्स ही यारो,
इतिहास बनाया करते हैं ।
लचत क्यो है तू ही इतिहास बनाये,
तूने सबकुछ कर डाला,
धरती नापी सागर नाप,
आकाश की नाप भी कर डाला ।
चंद्र ग़मो से घबराकर तू,
क्यों अपने राह बदल डाला,
कर सकता है तू सबकुछ,
खूफ के अंदर देख तू ऐसा है मतवाला ।।
......SangJay।
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