जीवन के तूफानों से ,
पीछे न हटेंगे हम,
मंजिल के कांटो से ।
आगे ही बढ़ेंगे हम,
केचलते ही रहेंगे हम,
मंजिल को पाने का,
उत्साह न होगा कम ।
मंजिल को पाने का,
जो लक्ष्य बनाया है ,
पथ भी यो अनेकों हैं,
जिन्हें रब ने बनाया है ।।
तूफान आगर फिर भी,
जो पथ पर आएंगे ,
तूफानों को चीर करके,
पथ अपना बनायेगे ।
मंजिल ही हमारी तो,
बस एक लक्ष्य रहे,
चाहे जीवन मे आगे,
खुशिया, या गम रहे।
पीछे न हटेंगे हम,
उत्साह न होंगे कम,
मंजिल को पाकर के,
तब ही लेगें दम ।।
.....SangJay
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