जीवन का आधार, हो अपनो का प्यार।
हो नहीं कभी भी वार, दो मानवता को तार।
शाश्वत नही कुछ भी, किस पर करले एतबार।
हो खुद पे यकीन अगर,आसान सभी हैं डगर।
निराशा आये जिस पल,उत्साह बढाओ उस पल।
आज पे जिन सीखो,देखा किसने है कल। ।
अनजान डगर हैं जीवन के , कैसे चलते जाएं।
हमसफ़र सहारा दे, हम कश्ती पर लगाएं। ।
उत्साह कभी न कम हो, अनवरत बढ़ाए कदम।
हार कभी न मानेंगे हम, है जब तक दम में दम ।
..............sangjay.
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