आओ हम सब एक बने,नेक बने जीवन में ।कुछ करके एक मिसाल बने,नफरत दूर करे जीवन में ।वैर भाव को पास न आने देंगे,उच्च आदर्श अपनाएंगे।सर्व धर्म सम भाव जगाकर,जीवन को स्वर्ग बनायेगे ।दया नमृता को अपनाकर,परहित सदा करेंगे।दया धर्म का मूल समझकर,जीवन सार्थक बनायेगे ।विश्व बंधुत्व विरादरी वाली,नीति को सदा निभाते हैं ।हिंदी है हम वतन हमारा ,हिंदुस्तानी कहलाते हैं।हमारी संस्कृति और सभ्यता का,अखिल विश्व मे डंका गूँजेगा।झूठ नहीं सच कहता हूं मैं ।भारत विश्वगुरु बन जायेगा ।।
......sangjaY
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें